ग्रामीण भारत की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म ‘लापता लेडीज’ को ऑस्कर 2025 में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया था, लेकिन यह फिल्म अब इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की दौड़ से बाहर हो गई है।
किरण राव द्वारा निर्देशित इस फिल्म को ग्रामीण महिलाओं की चुनौतियों और समाज में व्याप्त विभिन्न मुद्दों को प्रभावशाली ढंग से चित्रित करने के लिए दर्शकों और समीक्षकों से सराहना मिली थी। सितंबर 2024 में, फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) ने इसे 29 फिल्मों की सूची में से चुना था। हालांकि, अकादमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज (AMPAS) द्वारा जारी की गई अंतिम 15 फिल्मों की सूची में इसका नाम नहीं आ पाया।
फिल्म की कहानी और किरदार
लापता लेडीज’ की कहानी 2000 के दशक के ग्रामीण भारत में घटित होती है। यह दो नवविवाहित दुल्हनों की कहानी है, जिनकी ट्रेन यात्रा के दौरान अदला-बदली हो जाती है। इस अनोखे कथानक को स्नेहा देसाई ने बिप्लब गोस्वामी की मूल कहानी से रूपांतरित किया है। फिल्म में नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, और स्पर्श श्रीवास्तव ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं।
TIFF में प्रीमियर और बॉक्स ऑफिस पर सफलता
फिल्म का विश्व प्रीमियर 2023 के टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (TIFF) में हुआ था और 1 मार्च 2024 को इसे सिनेमाघरों में रिलीज किया गया। 5 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने भारत में 20.58 करोड़ रुपये की कमाई की, जबकि वैश्विक स्तर पर इसका कुल कलेक्शन 27.06 करोड़ रुपये तक पहुंचा।
ऑस्कर की दौड़ में ब्रिटेन की ‘संतोष’
हालांकि, जहां ‘लापता लेडीज’ ऑस्कर की दौड़ से बाहर हो गई, वहीं ब्रिटिश-भारतीय फिल्म निर्माता संध्या सूरी की फिल्म ‘संतोष’ ने अंतिम 15 में अपनी जगह बना ली है। इस फिल्म में शहाना गोस्वामी ने अहम भूमिका निभाई है।
आगामी ऑस्कर समारोह
ऑस्कर 2025 के नामांकनों की घोषणा 17 जनवरी को की जाएगी और पुरस्कार समारोह 2 मार्च 2025 को हॉलीवुड के डॉल्बी थियेटर में आयोजित होगा। इस बार समारोह की मेजबानी कॉमेडियन कोनन ओ’ब्रायन करेंगे।
लापता लेडीज’ का ऑस्कर की सूची से बाहर होना भारतीय सिनेमा के लिए निराशाजनक हो सकता है, लेकिन इसने अपनी सशक्त कहानी और प्रभावशाली प्रस्तुति से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है।