उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में स्थित गुरबक्श गंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले चंदईपुर गांव में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब ग्रामीणों ने तालाब के पास एक विशालकाय अजगर देखा। यह अजगर लंबे समय से तालाब में डेरा जमाए हुए था और वहां पाली गई मछलियों को अपना शिकार बना रहा था।
ग्रामीणों का कहना है कि मछलियां खाने के कारण अजगर का वजन लगभग एक क्विंटल तक बढ़ गया है।
गांव की पार्वती, जो इस तालाब में सिंघाड़े और मछलियां पालती हैं, ने बताया कि यह अजगर उनके तालाब की मछलियों को खा रहा था और अब तक करीब 50-60 हजार रुपये का नुकसान कर चुका है।
पार्वती ने यह भी कहा कि उनके गांव के आसपास जंगल का इलाका है, जहां से अजगर आते हैं और मछलियों को शिकार बनाते हैं। यह पांचवां अजगर है जो उनके तालाब के पास देखा गया।
पार्वती के पति पिंटू ने बताया कि सोमवार सुबह जब अजगर तालाब के पास दिखा तो उन्होंने तुरंत पुलिस हेल्पलाइन 112 पर कॉल किया। पुलिस ने कहा कि अजगर को जाल में फंसाकर रखो और वन विभाग को सूचित करो।
ग्रामीणों ने हिम्मत दिखाते हुए अजगर को जाल में फंसाया और वन विभाग की टीम के आने तक उसे काबू में रखा।वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया और जंगल में छोड़ दिया।
वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि यह अजगर पास के जंगल से आया था और सुरक्षित रूप से उसे उसके प्राकृतिक आवास में वापस छोड़ दिया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि अजगरों का बार-बार आना उनकी मछलियों और सिंघाड़े की खेती के लिए खतरा बन गया है। वे इस समस्या से निपटने के लिए वन विभाग और प्रशासन से मदद की उम्मीद कर रहे हैं।
ग्रामीणों के लिए ऐसे हालात में अजगर और अन्य वन्य जीवों से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय मददगार हो सकते हैं:
Note: Taazakhabar.live ग्रामीणों के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय बता रहा है, जो अजगर और अन्य वन्य जीवों से बचाव के लिए ऐसे हालात में मददगार हो सकते हैं। इन उपायों को अपनाकर ग्रामीण अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं और वन्य जीवों से होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं।
1. सुरक्षा के उपाय तालाब के आसपास नियमित गश्त करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखें।
गांव में सामूहिक निगरानी समिति बनाएं, जो वन्य जीवों की गतिविधियों पर नजर रख सके।
अजगर या किसी खतरनाक जीव को देखकर शांत रहें और इसे छेड़ने की कोशिश न करें।
2. जागरूकता अभियान ग्रामीणों को वन्य जीवों के व्यवहार और उनसे बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक करें।
बच्चों और बुजुर्गों को तालाब या आसपास के जंगल वाले इलाकों में अकेले जाने से रोकें।
3. वन विभाग से संपर्क वन विभाग के साथ सीधा संपर्क बनाए रखें और किसी भी जीव के दिखाई देने पर तुरंत सूचना दें।
वन विभाग से इलाके में नियमित निरीक्षण करवाएं और सहायता मांगें।
4. रोकथाम के उपाय तालाब के आसपास मजबूत बाड़ लगाएं ताकि अजगर जैसे जीव आसानी से न आ सकें।
तालाब के किनारों को साफ-सुथरा रखें ताकि वन्य जीवों के छिपने की संभावना कम हो।
जंगल से सटे इलाकों में मछली पालन या खेती करते समय अतिरिक्त सतर्कता बरतें।
5. लंबी अवधि के समाधान वन्य जीवों के स्थायी आवासों की पहचान कर वहां वन विभाग के माध्यम से भोजन और पानी की व्यवस्था करवाएं ताकि वे गांव में न आएं।
वन विभाग और प्रशासन से सहायता लेकर तालाबों और खेती के लिए सुरक्षित क्षेत्र विकसित करें।
इन उपायों से ग्रामीण अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं और अजगर या अन्य वन्य जीवों से होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं।
सोर्स: डॉ. अख्तर हुसैन खान लेखक हमारे पाठकों के लिए उपाय बता रहे है के लिए क्या करे
सोर्स: डॉ. अख्तर हुसैन खान, लेखक एवं इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के रिटायर्ड अधिकारी, Taazakhabar.live के पाठकों के लिए यह सुझाव दे रहे हैं कि जंगल में किसी जानवर का सामना होने पर क्या करना चाहिए।