उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में स्थित शोरीतालग्राम थाना क्षेत्र के माधोनगर गांव में हुआ दर्दनाक हादसा वीडियो को दिल थाम के देखे इस दृश्य को देख किसी की भी रूह कांप जाएगी । माधोनगर में लगे मेले में किशोरी अपनी सहेलियों के साथ मेला देखने गई थी मेले में लगे झूला जुलते समय 15 साल की लड़की की चोटी झूले के रॉड में सिर फंसकर स्किन सहित सर के बाल जड़ से उखड़कर रॉड में लटक गए हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। गंभीर हालत में किशोरी को लखनऊ किया गया रेफर ।
घरवाले लड़की को लेकर प्राइवेट अस्पताल पहुंचे। लेकिन, हालत गंभीर होने की वजह से डॉक्टरों ने उसे कानपुर रेफर कर दिया। वहां से डॉक्टरों ने केजीएमयू लखनऊ रेफर किया है। घटना तालग्राम थाना क्षेत्र के माधोनगर गांव की रविवार शाम करीब 5 बजे की है।
माधोनगर गांव में रहने वाले धर्मेंद्र कठेरिया की बेटी अनुराधा (15) अपनी सहेलियों के साथ स्वामी नित्यानंद सेवा समिति की ओर से लगा मेला घूमने गई थी। झूला झूलते समय उसके बाल झूले के रॉड में फंस गए। अनुराधा की चीख-पुकार सुनकर कर्मचारियों ने आनन-फानन में झूले को रोका और उसे नीचे उतारा।
सहेलियों ने बनाया था झूला झूलने का प्लान मेला देखने के लिए अनुराधा अपनी सहेलियों उपासना और किशमिश के साथ गई थी। जहां तीनों सहेलियों ने झूला झूलने का प्लान बनाया और टिकट लेकर आसमानी झूले पर बैठ गईं। सहेलियों ने बताया कि झूला ज्यादा बड़ा नहीं था, इसलिए वह लोग झूलने चली गईं।
झूला झूलने के वक्त पहले अनुराधा के कुछ बाल बैरिंग में फंसे तो तीनों लड़कियों ने झूला रोकने के लिए शोर मचाया। लेकिन झूला चला रहे युवक ने अनसुना कर दिया। इसके बाद तीनों चीखने लगीं तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। झूले वाले को डांटने लगे। इसके बाद उसने झूला रोका, लेकिन तब तक अनुराधा के पूरे बाल चमड़ी के साथ उखड़ चुके थे। सिर से खून बहने लगा था।
भाई ने कहा- नशे में चला रहा था झूला अनुराधा के भाई सतेंद्र कुमार ने बताया, युवक शराब के नशे में झूला चला रहा था। यही वजह है कि शोर मचाने पर भी उसने झूला नहीं रोका। अगर समय रहते झूला रोक देता तो इतनी बड़ी घटना न होती। जब तक वह लोग मेला स्थल पर पहुंचे, तब तक झूला चलाने वाला युवक फरार हो गया।
अनुराधा के पिता धर्मेंद्र उर्फ विश्वनाथ कठेरिया ने बताया कि वह चौकीदार हैं। शाम के वक्त वह ड्यूटी पर थे। तभी फोन आया कि बेटी अनुराधा मेला घूमने गई थी। जहां उसके बाल झूले में फंस गए। कॉल करने वाले ने यह नहीं बताया कि मेरी बेटी की हालत इतनी गंभीर है।
थोड़ी देर बाद जब मैं घर पहुंचा तो बेटी की हालत देखकर परेशान हो गया। इसके बाद बेटी को गुरसहायगंज के तोमर हॉस्पिटल ले गए। जहां से कानपुर रेफर कर दिया गया। कानपुर से भी केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया गया।
मां ने दर्ज कराई FIR घायल अनुराधा की मां रेखा देवी कठेरिया ने रविवार रात 11.45 बजे तालग्राम थाना पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने छिबरामऊ के मोहल्ला गणेश चौधरी में रहने वाले झूला मालिक करन कश्यप के खिलाफ लापरवाही बरतने के मामले में केस दर्ज किया है।
छिबरामऊ के एसडीएम उमाकांत तिवारी ने बताया कि लापरवाही किस स्तर पर हुई, इसकी जांच कराई जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अगर रिकवरी हुई तो ठीक, वरना जान बचाना मुश्किल घटना को लेकर कन्नौज जिला अस्पताल के सीएमएस व स्किन विशेषज्ञ डॉ. शक्ति बसु ने बताया कि अगर किशोरी को बेहतर इलाज मिलेगा तो जान बचाई जा सकती है। हालांकि सिर की पूरी चमड़ी हट जाने के बाद हड्डियों के ऊपर एक लेयर बचती है। इलाज के दौरान उसको सुरक्षित कर लिया तो रिकवर किया जा सकता है, नहीं तो जान बचना मुश्किल है।
Note: ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण होती हैं taazakhabar.live अपने सभी ग्रामवासियों और पाठकों के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स प्रस्तुत करता है:
इनसे बचने के लिए कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए। झूला झूलते समय सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना जरूरी होता है। यहां कुछ उपाय और सावधानियां दी जा रही हैं जिनका पालन करके ऐसे हादसों से बचा जा सकता है:
[सुरक्षित और सुगम झूले चुनें]
1. झूले की जाँच: झूले का नियमित निरीक्षण करें और सुनिश्चित करें कि उसमें कोई तेज किनारा या खराब हिस्सा न हो।
2. बालों की देखभाल: झूला झूलने से पहले बालों को बांध लें या टोपी पहन लें ताकि वे खुले न रहें और किसी हिस्से में फंसें नहीं।
3. सही कपड़े पहनें: झूला झूलते समय ढीले और लंबे कपड़े न पहनें क्योंकि वे भी फंस सकते हैं।
4. झूला स्थान: ऐसे झूले का इस्तेमाल करें जो पर्याप्त रूप से खुली जगह पर हो और आसपास कोई बाधा न हो।
5. बच्चों की निगरानी: बच्चों के झूला झूलते समय हमेशा उनकी निगरानी करें ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय पर रोका जा सके।
6. सुरक्षित दूरी: झूला झूलते समय दूसरे बच्चों से उचित दूरी बनाए रखें ताकि कोई टकराव न हो।
7. सुरक्षा निर्देश: बच्चों को झूला झूलने से पहले सुरक्षा निर्देश समझाएं, जैसे कि खड़े होकर झूला न झूलना या तेज़ी से झूलने से बचना।इन सावधानियों का पालन करने से झूला झूलते समय दुर्घटनाओं की संभावना कम की जा सकती है।