सहारनपुर के थाना क्षेत्र सुल्तानपुर गांव में जमीन विवाद के चलते राजस्व विभाग की टीम जब पैमाइश करने पहुंची, तो किसान वेदप्रकाश ने खुद पर आग लगा ली। घटना एसडीएम और पुलिस प्रशासन के सामने हुई, जिससे वहां मौजूद अधिकारी दंग रह गए। किसान 90% तक झुलस गया, जिसे गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया है।
परिवार का आरोप है कि प्रशासन एकतरफा कार्रवाई कर रहा था और उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया। वहीं, जिला प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई अदालत के आदेश के तहत की जा रही थी। भाजपा विधायक ने भी प्रशासन पर जल्दबाजी का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
जमीनी विवाद में उलझा था मामला, प्रशासन पर गंभीर आरोप
वेदप्रकाश और जैन समाज के बीच लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। शनिवार को एसडीएम अंकुर वर्मा और एएसपी विवेक तिवारी पुलिस बल के साथ जमीन की पैमाइश कराने पहुंचे थे। आरोप है कि प्रशासन ने वेदप्रकाश को पहले से सूचना नहीं दी और जब उन्होंने विरोध किया, तो उनकी एक नहीं सुनी गई।
आक्रोश में आकर किसान ने खेत में लगे ट्यूबवेल से डीजल निकालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। यह देख पुलिस और प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने आग बुझाने की कोशिश की और घायल किसान को अस्पताल पहुंचाया।
व हीं, वेदप्रकाश के परिजनों का कहना है कि प्रशासन हर बार बिना सूचना दिए जमीन पर कब्जा दिलाने आ जाता है। इस बार भी पुलिस ने उनके घर की महिलाओं को पहले ही थाने में बैठा लिया और फिर जमीन कब्जाने की कार्रवाई करने लगी।

विवाद की जड़ और घटना का पूरा विवरण
वेदप्रकाश और जैन समाज के बीच 550 वर्गमीटर जमीन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था। प्रशासन द्वारा पहले भी कई बार जमीन की पैमाइश की जा चुकी थी। शनिवार को एसडीएम और पुलिस बल के साथ प्रशासन की टीम जमीन पर कब्जा दिलाने पहुंची, लेकिन वेदप्रकाश ने इसका विरोध किया।
परिजनों का आरोप है कि प्रशासन ने बिना सूचना दिए कार्रवाई की और विरोध करने पर ध्यान नहीं दिया। गुस्से में आकर किसान ने खेत में लगे ट्यूबवेल से डीजल निकालकर खुद को आग लगा ली। घटना के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और किसान को अस्पताल पहुंचाया।
प्रशासन का बयान और जांच जारी
डीएम मनीष बंसल के अनुसार, विवादित भूमि की पैमाइश कोर्ट के आदेश पर की जा रही थी और दोनों पक्ष मौजूद थे। इसी दौरान एक पक्ष ने विरोध करते हुए आत्मदाह की कोशिश की। पुलिस ने आग बुझाकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया।
फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है कि क्या प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की लापरवाही हुई थी या किसान को उकसाने वाला कोई अन्य कारण था। घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है और पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सतर्क है।