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Thu. Jan 23rd, 2025

सहारनपुर: गांव शाहजहांपुर रेलवे फाटक के पास, रेल ट्रैक पर मिली पेंड्रोल क्लिप; बड़ी दुर्घटना टली

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में स्थित सरसावा के क्षेत्र में शाहजहांपुर गांव की रेलवे फाटक के पास रेल ट्रैक से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। ट्रैक की अपलाइन पर तीन पेंड्रोल क्लिप रखी मिलीं। इस दौरान यदि कोई ट्रेन ट्रैक से गुजरती तो दुर्घटना हो सकती थी। आरपीएफ थाना प्रभारी मोहित त्यागी ने बताया कि पेंड्रोल क्लिप कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है।

संवाद सूत्र, सरसावा , शाहजहांपुर गांव (सहारनपुर)। देशभर में कई जगह रेल पलटाने के प्रयास की घटनाओं में गुरुवार को सहारनपुर का नाम भी जुड़ गया है। सरसावा थानाक्षेत्र के शाहजहांपुर रेलवे फाटक के समीप रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। रेलवे ट्रैक की अपलाइन पर तीन पेंड्रोल क्लिप रखी मिली हैं। यदि कोई ट्रेन ट्रैक से गुजरती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। मामले की सूचना मिलते ही आरपीएफ मामले की जांच में जुटी है।

रेल कर्मी गुरुवार शाम अपनी रूटीन चेकिंग पर थे। सरसावा थानाक्षेत्र के गांव शाहजहांपुर में स्टेशन क्षेत्र के खंभा नंबर 199 के निकट रेलवे ट्रैक पर तीन पेंड्रोल क्लिप खोलकर पटरी पर रखे हुए थे। ट्रैक पर पेंड्रोल क्लिप देखकर रेलकर्मियों को यह समझने में देर नहीं लगी कि मामला गंभीर है।

इस दौरान आ रही एक मालगाड़ी को भी रोका गया और रेलकर्मियों ने तत्काल सरसावा रेलवे स्टेशन को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलते ही आरपीएफ और इंजीनियरिंग विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पेंड्रोल क्लिप कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।

अभी तक भी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि ट्रैक पर पेंड्रोल क्लिप रखे जाने का मामला इरादतन है या किसी ने ट्रैक के साथ छेड़खानी की है। इस संबंध में अंबाला मंडल के डीआरएम मनदीप सिंह ने बताया कि सरसावा स्टेशन के शाहजहांपुर फाटक के पास ट्रैक से चाबी मिलने की जानकारी हुई है, इसके बाद टीम को मौके पर भेजा गया है।

आरपीएफ कर रही मामले की छानबीन आरपीएफ इस मामले में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है। आरपीएफ थाना प्रभारी मोहित त्यागी ने बताया कि पेंड्रोल क्लिप कब्जे में ले ली गई हैं। मामले की छानबीन की जा रही है। वहीं, देर रात शहाजहांपुर गांव के चौकी इंचार्ज ललित चौहान भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली।

Note: Taazakhabar.live अपने सभी ग्रामीणवासियों और पाठकों को इस प्रकार की घटनाओं से निपटने और भविष्य में ऐसी साजिशों को रोकने के लिए निम्नलिखित सुझाव देता है:

क्या करना चाहिए:

1. सतर्कता और नियमित गश्त: रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्थानीय प्रशासन को नियमित रूप से ट्रैक की गश्त करनी चाहिए ताकि समय पर खतरों का पता लगाया जा सके।

2. सुरक्षा उपकरणों का उपयोग: ट्रैक की निगरानी के लिए आधुनिक उपकरण जैसे ड्रोन, CCTV कैमरे और सेंसर का उपयोग करना चाहिए।

3. स्थानीय सहयोग: स्थानीय लोगों को रेलवे ट्रैक के आसपास संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने और तुरंत रिपोर्ट करने के लिए जागरूक करना चाहिए।

4. सुरक्षा अभियान: रेलवे कर्मचारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए ताकि वे खतरों को पहचान सकें और समय पर कार्रवाई कर सकें।

5. शीघ्र सूचना तंत्र: किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत उच्च अधिकारियों और रेलवे नियंत्रण कक्ष को दी जानी चाहिए।

6. जागरूकता अभियान: ट्रैक के पास के गांवों में जागरूकता अभियान चलाए जाएं ताकि लोग समझ सकें कि ऐसी घटनाओं से कितना नुकसान हो सकता है और वे सुरक्षा में कैसे योगदान दे सकते हैं।

क्या नहीं करना चाहिए:

1. अनदेखी नहीं करना: रेलवे ट्रैक पर पाए गए किसी भी संदिग्ध वस्तु या क्लिप को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

2. अकेले कार्रवाई नहीं करना: ऐसे मामलों में अकेले कार्रवाई करने से बचना चाहिए; विशेषज्ञों को तुरंत सूचित करना चाहिए।

3. लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए: गश्त के दौरान या सूचना प्राप्त होने पर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

4. घटनाओं को हल्के में नहीं लेना: ऐसी घटनाओं को छोटी घटना मानकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, बल्कि गंभीरता से लेना चाहिए।

5. पैनिक फैलाना नहीं चाहिए: रिपोर्टिंग और जांच के दौरान इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आम जनता में घबराहट न फैले।

सुरक्षा की समझ: इस प्रकार की घटनाओं से हमें यह समझना चाहिए कि रेलवे की सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। समय पर सही कदम उठाकर बड़ी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।

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