उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित भटहट क्षेत्र अमवां गांव के बांके सिंह (88) सामुदायिक शौचालय में अपराह्न करीब तीन बजे गए थे। इसी दौरान शौचालय की केयर टेकर जावित्री देवी किसी काम से चली गईं। थोड़ी देर बाद केयर टेकर का बेटा शौचालय में ताला लगाकर घर निकल गया। बुजुर्ग को जानकारी हुई तो दरवाजा पीटने लगे।
भटहट के अमवां में स्थित सामुदायिक शौचालय में एक बुजुर्ग शुक्रवार अपराह्न गए थे। इसी बीच भूलवश केयर टेकर शौचालय का ताला बंदकर घर चला गया। दरवाजा बंद देख बुजुर्ग ने करीब एक घंटे तक चिल्लाता रहे। आस-पास के लोग आवाज सुनकर पहुंचे तब शौचालय का ताला तोड़कर बाहर निकाला जा सका।
दहशत में आ गए थे बुजुर्गशौचालय में बंद रहने के दौरान वह दहशत में आ गए थे। किसी तरह परिजन उन्हें पकड़कर घर ले गए। काफी देर बाद उनकी हालत सामान्य हुई। उन्होंने बताया कि अचानक उन्हें पेट में दर्द उठा तो वह शौचालय गए थे। यह भी कहा कि आज के बाद अब वह कभी बाहर शौचालय नहीं जाएंगे। परिजनों का कहना था कि घर पर भी शौचालय है।
Note: Taazakhabar.live ऐसी घटनाओं से बचने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने सभी ग्रामीण पाठकों के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बता रहा हैं:
1. मोबाइल फोन साथ रखें: अगर संभव हो तो सार्वजनिक जगहों पर जाने पर हमेशा अपना मोबाइल फोन साथ रखें ताकि जरूरत पड़ने पर आप किसी को फोन कर सकें।
2. परिवार को सूचित करें: जब भी आप किसी सार्वजनिक स्थान पर जाएं, विशेष रूप से अकेले, तो परिवार के किसी सदस्य को इसकी जानकारी दें।
3. केयर टेकर को जानकारी दें: शौचालय जैसे स्थानों पर जाते समय वहां के देखरेख करने वाले या आस-पास के व्यक्ति को इसकी जानकारी दें ताकि वे सतर्क रहें।
4. आवाज लगाने का प्रयास करें: अगर आप गलती से कहीं बंद हो जाएं, तो जोर-जोर से आवाज लगाकर लोगों को बुलाने की कोशिश करें। इससे आस-पास के लोग आपकी मदद के लिए आ सकते हैं।
5. लाइट और वेंटिलेशन चेक करें: अगर आप किसी सार्वजनिक शौचालय में जाते हैं, तो पहले जांच लें कि वहां पर्याप्त रोशनी और वेंटिलेशन है ताकि आपको घबराहट न हो।
6. ताला न लगाएं: अगर आप किसी ऐसे स्थान में हैं जहां अकेले जाने पर दरवाजा बंद करने की जरूरत नहीं है, तो ताला न लगाएं या दरवाजा आधा खुला रखें ताकि आप जरूरत पड़ने पर बाहर निकल सकें।
7. घबराहट से बचें: यदि आप कहीं बंद हो जाएं, तो घबराने की बजाय अपनी सांसों को नियंत्रित करने की कोशिश करें। धीरे-धीरे सांस लें और बाहर छोड़ें ताकि आप शांत रहें।
8. सुरक्षा की व्यवस्था: प्रशासनिक अधिकारियों को भी सुनिश्चित करना चाहिए कि सार्वजनिक शौचालयों में अंदर से बाहर निकलने की सुविधा हो, जैसे अंदर से लॉक खोलने का विकल्प।
9. फर्स्ट-एड और आपातकालीन संपर्क: सार्वजनिक स्थानों पर एक फर्स्ट-एड किट और आपातकालीन संपर्क नंबर उपलब्ध होना चाहिए ताकि लोग मुसीबत के समय मदद ले सकें।
इन उपायों को अपनाकर ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है और सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है।