बिहार केजहानाबाद जिले का अनोखा धौताल बिगहा गांव: जहां FIR का नामो-निशान नहीं, बकरी पालने पर भी है पाबंदी बिहार के जहानाबाद जिले में स्थित एक छोटे से गांव धौताल बिगहा ने पूरे देश के लिए मिसाल कायम की है। इस गांव की सबसे खास बात यह है कि आजादी के बाद से अब तक यहां के किसी भी व्यक्ति पर FIR दर्ज नहीं हुई है। ना पुलिस का चक्कर, ना कोर्ट-कचहरी की झंझट। यह बात जितनी हैरान करने वाली है, उतनी ही प्रेरणा देने वाली भी।
विवाद का हल पंचायत में, पुलिस की जरूरत नहीं घोषी प्रखंड का यह गांव बाहर से देखने पर एक आम गांव जैसा ही लगता है, लेकिन इसकी अनूठी परंपरा इसे खास बनाती है। यहां का नियम है कि यदि किसी भी ग्रामीण के बीच विवाद हो जाए, तो उसे थाने तक ले जाने के बजाय आपस में बैठकर सुलझाया जाता है। गांव के बुजुर्ग और समझदार लोग मिलकर विवाद का हल निकालते हैं, जिससे रिश्तों में खटास नहीं आती और कानूनी कार्रवाई की जरूरत ही नहीं पड़ती।
बकरी पालन पर सख्त पाबंदी धौताल बिगहा की एक और दिलचस्प बात यह है कि यहां बकरी पालने की अनुमति नहीं है। चार दशक पहले, बकरियां खेतों में फसल खराब कर देती थीं, जिससे अक्सर झगड़े हो जाते थे। इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए पूरे गांव ने मिलकर बकरी पालन पर प्रतिबंध लगा दिया। आज, गांव के 125 घरों में से कोई भी बकरी नहीं पालता। खेती-बाड़ी करने वाले इस गांव के लोग शांति से अपने जीवन का आनंद लेते हैं।
अमन और भाईचारे की मिसाल जहां आज के समय में छोटी-छोटी बातों पर झगड़े और हिंसा हो जाते हैं, वहीं धौताल बिगहा सामुदायिक एकता और भाईचारे का आदर्श उदाहरण पेश करता है। जिले के प्रभारी डीएम धनंजय कुमार ने भी गांव की इस पहल की सराहना की और इसे पूरे राज्य के लिए प्रेरणास्रोत बताया।
यह गांव न सिर्फ बिहार, बल्कि पूरे देश को अमन और सद्भाव का संदेश दे रहा है। धौताल बिगहा का यह मॉडल साबित करता है कि जब समाज साथ आए, तो बड़ी से बड़ी समस्याओं का हल निकाला जा सकता है।